सरकार महिलाओं के प्रति हमेशा से ही स्वेदनसील रही है इसी लिए Government schemes for women’s उनकी बेहतरी के लिए लेकर आती रहती है। ताकि महिलाओं को भी समाज मे सर उठा के जीने का अधिकार मिले और वो भी आत्मनिर्भर बने तथा अपने परिवार का मानशिक और आर्थिक विकास में मदद करे।
आज दुनिया भर की सरकारें महिलाओं के खिलाफ होने वाले शोषण और उत्पीरण के प्रति काफी सतर्क रहती है और उनको सपोर्ट करने के लिए तरह तरह के सरकारी योजनाओं को भी समय की जरूरत के अनुसार लाती रहती है। ताकि महिलाओं को भी आगे बढ़ने का मौका मिले और समाज के साथ कंधा मिलाकर आगे बढ़ सके।
तो चलिए आपको ऐसे ही कुछ बेहद जरूरी Government schemes for women’s के बारे में जानकारी देते है ताकि उनका लाभ महिलाएं उठा सके।
#Government schemes for women’s
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना
इस योजना की शुरुआत 2015 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा की गई थी। ताकि महिलाओं को और भी ससक्त और आत्मनिर्भर बनाया जा सके। और बालिका लिंग अनुपात में जो गिरावट आ रही है उसको कम किया जा सके। आज के समय मे इस योजना को कई राज्यो में चलाया जा रहा है। और इन योजना की मदद से उन मजबूर और असहाय महिलाओं की मदद की जाती है जो कि घरेलू हिंसा का शिकार होती है, या फिर उनके साथ किसी तरह का उत्पीरण किया जाता है। यदि कोई भी महिला ऐसी शिकायत पुलिस में जाकर करती है तो उनका पूरा सहयोग किया जाता है और इसके साथ ही मानशिक और अन्य मेडिकल सेवा भी दी जाती है। जिससे कि महिलाओं के अंदर एक विश्वास भी जगा है और वो अपने अधिकारो के प्रति और भी जागरूक हो गयी है।
प्रधानमंत्री उज्जवला योजना
प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की शुरुआत मई 2016 में कई गयी थी। जिसका मकसद था कि सरकार उन महिलाओं की मदद करे जो कि अपना खाना मॉर्डन गैस की बजाय लड़की के चिल्हो पर पकाती है। जिसके कारण जो धूआँ उससे निकलता है उसकी वजह से कई बार महिलाओं को साँस की बीमारियां भी हो जाती है। ऐसे में इस योजना से उन महिलाओं को लाभ मिला है जो कि आर्थिक रूप से कमजोर है लेकिन इस योजना का लाभ उठाने के लिए परिवार के पास बी पी एल कार्ड होना चाहिए। तभी उनको गैस सलेंडर मिल सकता है। इतना ही नही बल्कि इस योजना के तहत तेल कंपनियों को भी सरकार 1600 रुपए की सब्सिडी भी देती है तथा यह फिटिंग तथा सिक्योरटी शुल्क के लिए होता है।
सुकन्या समृद्धि योजना
इस योजना की शुरुआत बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तुरंत बाद कि गयी थी ताकि बेटियों की पढ़ाई और उनके विकास में किसी प्रकार की रुकावट न आये। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 10 साल की बच्ची के लिए सरकार बैंक या पोस्ट ऑफिस में एकाउंट खुलावने की शुभिधा देती है और उस एकाउंट पर अगले 15 सालों के लिए बच्ची के माता पिता पैसे जमा करवा सकते है और इसके साथ ही उस एकाउंट पर टैक्स दरों में भी काफी छूट दी जाती है और ब्याज भी अन्य एकाउंट से ज्यादा दिया जाता है। ताकि जब बच्चा बड़ा हो जाए तो उसके शादी और आगे की पढ़ाई में किसी प्रकार की आर्थिक परेशानी न हो। इसके साथ ही जब बेटी की उम्र 18 साल हो जाती है तो वो अपना एकाउंट स्वयं ऑपरेट कर सकती है। और यह एकाउंट 21 साल के लिए ही खुलता है जिसमे की लड़की के माता पिता को केवल 15 साल तक ही धनराशि को जमा करना पड़ता है और अगले 6 साल तक आप एकाउंट में बिना पैसे जमा किये ब्याज मिलता रहेगा।
महिला शक्ति केंद्र योजना
इस योजना की शुरुआत 2017 में कई गयी थी इसके साथ ही सरकार का ये भी मानना है कि किस योजना के तहत बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना को भी बढ़ावा मिलेगा। क्योकि इस योजना के तहत जिन महिलाओं के साथ उत्पीरण या घरेलू हिंसा जैसी समस्या होती है उनको मानशिक, मेडिकल, कानूनी सुरक्षा और साहेता दी जाती है साथ ही उनको यह भी बताया जाता है कि कैसे वो अपना बचाव ऐसे माहौल में कर सकती है। इतना ही नही सरकार ने महिलाओं के लिए खाश तौर पर हेल्पलाइन नंबर भी उपलब्ध करवाया है ताकि वो जल्द से जल्द ऐसी किसी परिस्थिति में अपने लिए मदद बुला सके।
सुरक्षित मातृत्व अस्वासन सुमन योजना
यह योजना महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद है। इस योजना के तहत सरकार गर्भवती महिलाओं को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाय प्रदान करती है इसमे उनके दवाइयों से लेकर चेकअप तक का सारा खर्च सरकार के द्वारा दिया जाता है और प्रशव के दौरान जरूरत अनुसार नर्स की मौजूदगी भी जरूरी रहती है ताकि प्रशव सही से हो और माता तथा बच्चा स्वास्थ्य रहे। ऐसा इस लिए किया गया है क्योंकि अक्सर प्रशव के दौरान माँ और बच्चे के जान को खतरा हो जाता था और कई बार तो मौत भी हो जाती थी, मौत के दरों में कमी आये इसीलिए सरकार द्वारा यह कदम उठाया गया हैं। इस योजना के तहत
गर्भवती महिला चार बार अपना मुफ्त चेकअप करवा सकती है। और बच्चा होने के 6 माह से पहले और बच्चा होने के 6 माह बाद तक मुफ्त इलाज और दवाईयां उपलब्ध करवाई जाती है।